औरतें उठी नहीं तो,
जुल्म बढ़ता जाएगा।
जुल्म करने वाला सीना,
जोर बनता जाएगा।।
देखो इन सब औरतों को आ गई है सामने,
इनके संग मिल जाओ तो सैलाब रुकना पाएगा।
जुल्म करने वाला सीना जोर बन न पाएगा।।
औरतें उठी नहीं तो........
दिल में जो डर का किला है तोड़ दो अंदर से तुम,
एक ही धक्के से हमारे खुद ही ये ढह जाएगा।
जुल्म करने वाला सीना जोर बन न पाएगा।।
औरतें उठी नहीं तो............
आओ मिलकर हम लड़े हक अपने छीन ले,
काफिला जो चल पड़ा है अब न रुकने पाएगा।
जुल्म करने वाला सीना जोर बन न पाएगा।।
औरतें उठी नहीं तो.........
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