इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें

इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें(सरगम) 
इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें

सा रे ग ग ग ग ग रे सा ग रे, 

जिंदगी आंसुओं में नहायी न हो 

रे रे सा ऩि  ,ऩि  सा,ग रे सा सा 

     शाम सहमी न हो, रात हो न डरी

सा रे ग ग ग ग ग रे सा ग रे,

     भोर की आँख फिर डबडबाई न हो

रे रे सा ऩि  ,ऩि  सा,ग रे सा सा 

सूर्य पर बादलों का न पहरा रहे

ग म प प प प प ,म ध  प ध 

रौशनी रोशनाई में डूबी न हो

 ध प म म म म,प म प म ग 

     यूँ न ईमान फुटपाथ पर हो खड़ा

ग म प प प प प ,म ध  प ध 

     हर समय आत्मा सबकी ऊबी न हो

 ध प म म म म,प म प म ग 

आसमान में टंगी हो न खुशहालियां

सा रे ग ग ग ग ग रे सा ग रे, 

कैद महलों में सबकी कमाई न हो

रे रे सा ऩि, ऩि  सा,ग रे सा सा 

इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें

सा रे ग ग ग ग ग रे सा ग रे, 
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इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें (CHORDS)
इस(E)लिए राह संघर्ष की हम चुनें
जिंदगी(D)आंसुओं में न(E)हायी न हो
      शाम(E) सहमी न हो, रात हो न डरी
          भोर (D)की आँख फिर डबड(E)बाई न हो

सूर्य (E)पर बादलों का न (A)पहरा रहे
रौश(A)नी रोशनाई में (E)डूबी न हो.
     यूँ न (E)ईमान फुटपाथ (A)पर हो खड़ा
        हर (A)समय आत्मा सबकी (E)ऊबी न हो
आस(E)मान में टंगी हो न खुशहालियां
कैद (D)महलों में सबकी क(E)माई न हो
इसलिए राह ...
इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें (बोल) 
इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें
जिंदगी आंसुओं में नहायी न हो
      शाम सहमी न हो, रात हो न डरी
          भोर की आँख फिर डबडबाई न हो
सूर्य पर बादलों का न पहरा रहे
रौशनी रोशनाई में डूबी न हो.
     यूँ न ईमान फुटपाथ पर हो खड़ा
        हर समय आत्मा सबकी ऊबी न हो
आसमान में टंगी हो न खुशहालियां
कैद महलों में सबकी कमाई न हो
इसलिए राह ...

कोई अपनी खुशी के लिए गैर की 
रोटियाँ छीन ले हम नहीं चाहते 
             छींटकर थोड़ा चारा कोई उम्र की 
             हर खुशी बीन ले हम नहीं चाहते 
हो किसी के लिए मखमली बिस्तरा
और किसी के लिए एक चटाई न हो 
इसलिए राह ...

अब तमन्नायें फिर न करें खुदकुशी
ख्वाब पर खौफ की  चैकासी न रहे
      श्रम के पावों में हो न पड़ी बेडियाँ
      शक्ति की पीठ अब ज्यादती न सहे
दम न तोड़े कही भूख से बचपना
रोटियों के लिए फिर लड़ाई न हो
इसलिए राह ...

              -वशिष्ठ अनूप


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