अस्मिता - मार्क ट्वेन

अस्मिता - 


मेरे पुरखे कहाँ हैं?  मैं किनका उत्सव मनाऊँ? अपनी अस्मिता का कच्चा माल कहाँ ढूँढू? मेरा सबसे पहला अमरीकी पूर्वज... एक मूलवासी था। समय की शुरुआत का एक मूलवासी। आपके पूर्वजों ने जीते-जी उसका ‘विकास’ कर डाला और अब मैं उसका एक अनाथ अंश हूँ।

(मार्क ट्वेन के शब्द जो एक गोरे थे। न्यूयार्क
टाइम्स में 26 दिसम्बर, 1891 को प्रकाशित।)







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